श्रीअक्कलकोट स्वामी समर्थ भजन २
ॐकार ॐकार शिव ॐकारम्
ॐकार ॐकार नाद ॐकारम्
ॐकार ॐकार ज्योति ॐकारम् ॥ १॥
ॐकार ॐकार ब्रह्म ॐकारम्
ॐकार ॐकार चिद् ॐकारम्
ॐकार ॐकार आनंद ॐकारम् ॥ २॥
ॐकार ॐकार समर्थ ॐकारम्
ॐकार ॐकार श्री ॐकारम्
ॐकार ॐकार चिद्घन् ॐकारम् ॥ ३॥
ॐकार ॐकार गुरु ॐकारम्
ॐकार ॐकार परम ॐकारम्
ॐकार ॐकार स्वयं ॐकारम् ॥ ४॥
ॐकार ॐकार नमो ॐकारम्
ॐकार ॐकार नाम ॐकारम्
ॐकार ॐकार प्रणव ॐकारम् ॥ ५॥
ॐकार ॐकार प्रकाश ॐकारम्
ॐकार ॐकार चैतन्य ॐकारम्
ॐकार ॐकार ब्रह्मानन्द ॐकारम् ॥ ६॥
ॐकार ॐकार कृष्णानन्द ॐकारम्
ॐकार ॐकार नामदेव ॐकारम्
ॐकार ॐकार विश्वनाथ ॐकारम् ॥ ७॥
This Bhajan was revealed by Brahmandanayak Shri Swami Samarth
Maharaj of Akkalkot on July 15, 2002 and is very dear to Him. This is
to be sung in the Shankara Raga.
(Copyright: Akkalkot Swami Samarth Foundation, New Orleans, LA,a tax
exempt charitable organization under National Heritage Foundation)
Encoded by Anjali Leley