शिवस्तवनम्
सदाशिवं नमाम्यहं सदाशिवं भजाम्यहम् ।
सदाशिवं जपाम्यहं सदाशिवार्चयाम्यहम् ॥ १॥
सदाशिवं मृडहरं दधाम्यहमहर्निशम् ।
सदाशिवं सुचिन्तनं सदाशिवं सुवन्दनम् ॥ २॥
सदाशिवं त्रिशूलिनं नमाम्यहं भजाम्यहम् ।
सदाशिवैव शान्तिदं सदाशिवैव श्रेयदम् ॥ ३॥
सदाशिवं शुभावनं सुवाञ्छितफलप्रदम् ।
नमामि तं सदाशिवं भजामि तं सदाशिवम् ॥ ४॥
सुफलप्रदं नमामि तं सदाशिवं भजामि तम् ।
सदाशिवं नमाम्यहं सदाशिवं भजाम्यहम् ॥ ५॥
इति शिवस्तवनं सम्पूर्णम् ।
Encoded and proofread by Divya K Suresh