श्रीसिद्धलिङ्गाष्टोत्तरशतमाला
(श्री भस्माङ्गदेवविरचिता)
हरः ॐ श्रीमदविरळपरञ्ज्योति श्री सिद्धलिङ्गायनमः
ॐ श्रीमन्निरञ्जन जगद्गुरु चरकुलचक्रवर्ति सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १॥
ॐ श्रीमन्निरञ्जन जगद्गुरु जयदेवानन्द सिद्धलिङ्गायनमः ॥ २॥
ॐ श्रीमन्निरञ्जन जगद्गुरु जयविभवानन्द सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ३॥
ॐ श्री सर्पभूषण शिवयोगि हृदयानन्द सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ४॥
ॐ श्री जटाशङ्कर शिवयोगि पूजातेजोमूर्ति सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ५॥
ॐ श्रीमन्निरञ्जनप्रणवस्वरूपि अभिनव अल्लम महादेवप्रिय सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ६॥
ॐ श्री त्रिविध दासोहमूर्ति मृत्युञ्जयानन्द सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ७॥
ॐ श्री सर्व शिवशरणाश्रय भस्माङ्गि रुद्रमूर्ति सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ८॥
ॐ श्री जगद्गुरु रेणुकादि पञ्चाचार्य पवित्रप्रणव सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ९॥
ॐ श्रीमदष्टावरण पञ्चाचार षट्स्थल चक्रवर्ति सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १०॥
ॐ दशविधपादोदक एकादशप्रसादप्रसन्न सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ११॥
ॐ एकोत्तरशतस्थलमूर्ति सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १२॥
ॐ षोडशोत्तर द्विशतस्थलानन्द सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १३॥
ॐ अप्रतिम अगणित अनन्त तेजोराशि सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १४॥
ॐ आगमपूजित आश्रितरक्षक सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १५॥
ॐ इष्टलिङ्गयोगानन्द इष्टप्रदायक सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १६॥
ॐ ईषणत्रयदूर देवानन्द सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १७॥
ॐ उरगाभरण उरगसदनविहारि सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १८॥
ॐ ऊरीभक्तजनभाग्य भक्तिदात सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १९॥
ॐ ऋषभानन्द ऋषिकुलपूजित सिद्धलिङ्गायनमः ॥ २०॥
ॐ ऋक्षाधीशमहेश मङ्गळ महिम सिद्धलिङ्गायनमः ॥ २१॥
ॐ लिङ्गाङ्गसङ्गसमरस सिद्धिदात सिद्धलिङ्गायनमः ॥ २२॥
ॐ लताधीश्वर ललितमनोहर सिद्धलिङ्गायनमः ॥ २३॥
ॐ एडेगाधार एडेयूरु पुराधिप सिद्धलिङ्गायनमः ॥ २४॥
ॐ एकबिल्वपत्रार्पितप्रिय सिद्धलिङ्गायनमः ॥ २५॥
ॐ ऐकमत्यप्रधान इष्टलिङ्गसिद्धान्त सिद्धलिङ्गायनमः ॥ २६॥
ॐ ओङ्कारादि षडक्षर मन्त्रमूर्ति सिद्धलिङ्गायनमः ॥ २७॥
ॐ औदार्य भक्तजनप्रेमि सिद्धलिङ्गायनमः ॥ २८॥
ॐ अन्तःकरुणासिन्धु अनन्त भकुतरबन्धु सिद्धलिङ्गायनमः ॥ २९॥
ॐ आहारदात विहारप्रीत सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ३०॥
ॐ करदिष्टलिङ्गप्रकाश सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ३१॥
ॐ खण्डाखण्डमण्डल चरकुलचन्द्र सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ३२॥
ॐ गणाध्यक्षरक्ष श्री सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ३३॥
ॐ घनलिङ्गाङ्ग सङ्गसमरस सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ३४॥
ॐ गङ्गाश्रित शृति स्मृति पूजित सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ३५॥
ॐ चरकुलाम्बुधिचन्द्र सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ३६॥
ॐ छत्रचामर पूजालङ्कृताभरण सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ३७॥
ॐ जगदादिमूल चरलिङ्गमूर्ति सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ३८॥
ॐ झणतक झन्तक नटन मनोहर सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ३९॥
ॐ ज्ञानविज्ञान सुज्ञानदीप सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ४०॥
ॐ टङ्काद्यायुध सुरगणमूर्ति सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ४१॥
ॐ ठाकृति मायाकोलाहल सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ४२॥
ॐ डम्भाचारनिर्मूल सहजाचारशील सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ४३॥
ॐ ढक्का डमरुग ढं ढं नादविनोद सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ४४॥
ॐ णकारात्मक नटनजनप्रिय सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ४५॥
ॐ तत्त्वमसि वाक्यसिद्ध स्वरूप सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ४६॥
ॐ थळ थळालङ्कृत शून्यसिंहासनारूढ सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ४७॥
ॐ दयाशील दीनबन्धु श्री सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ४८॥
ॐ धनकनक वस्तुवाहन आयुरारोग्यदात सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ४९॥
ॐ नम्बिलोलालम्ब चरण सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ५०॥
ॐ परमपावन चरणपरिपूर्ण सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ५१॥
ॐ फणिराज सेवाचरण सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ५२॥
ॐ बसवादिप्रमथतत्त्वप्रचारपुङ्गव सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ५३॥
ॐ भसिताङ्ग भवभयनाश भस्मानन्द सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ५४॥
ॐ महादेवानन्द महदेश्वरमूर्ति सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ५५॥
ॐ यतिजन निर्मलहृदयनिवास सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ५६॥
ॐ रमारमणपूजित पद्मपाद सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ५७॥
ॐ ललितबिल्वपत्र पुष्पालङ्कृत पूजाप्रीत सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ५८॥
ॐ वरवीरशैव तत्त्व चिन्तामणि सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ५९॥
ॐ शम्भुलिङ्ग शाश्वत शान्ति सिद्धपद सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ६०॥
ॐ षडक्षर मन्त्रोपदेश सिद्धिदात सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ६१॥
ॐ सर्वभक्त, संसारनिर्वाह शक्तिदात सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ६२॥
ॐ हरहर महादेवपद सिद्धमूर्ति सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ६३॥
ॐ ळान्त सुमङ्गळ महामहिम सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ६४॥
ॐ क्षम दम सत्यशान्तिप्रदात सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ६५॥
ॐ श्रीगुरुलिङ्गजङ्गम समरसैक्य सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ६६॥
ॐ नादबिन्दु कलाकृत सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ६७॥
ॐ नवलिङ्ग मन्त्रानन्द शरण सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ६८॥
ॐ भस्मानन्दानुभव प्राणलिङ्गि सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ६९॥
ॐ रुद्राक्षावधानप्रसादि सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ७०॥
ॐ दशविध पादतीर्थ प्राणनिष्ठा महेश सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ७१॥
ॐ एकादशप्रसाद प्रसन्न श्रद्धाभक्त सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ७२॥
ॐ चतुर्दल आधारचक्र नकारप्रणव क्रियाचारयुक्त सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ७३॥
ॐ षड्दल स्वाधिष्टान मकार मन्त्र सदाचारसन्निहित सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ७४॥
ॐ दशदल मणिपूरक शिकारप्रणव शिवाचारसम्पन्न सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ७५॥
ॐ द्वादशदल अनाहत वकारमन्त्र भृत्याचारप्राण सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ७६॥
ॐ षोडशदल विशुद्धि यकारमन्त्र गणाचारगम्य सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ७७॥
ॐ द्विदल आज्ञाचक्र ओङ्कारमन्त्र धर्माचार्य सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ७८॥
ॐ सहस्रदल ब्रह्मचक्र अकारमन्त्र निष्कलाचार्य सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ७९॥
ॐ त्रिदल शिखाचक्र उकारमन्त्र निश्यून्याचार्य सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ८०॥
ॐ एकदल पश्चिमचक्र मकारमन्त्र निरन्जनाचार्य सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ८१॥
ॐ आगणितदल अणुचक्र बसवप्रणव सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ८२॥
ॐ सुचित्तहस्त घ्राणमुख सुगन्धग्राहि सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ८३॥
ॐ सुबुद्धिहस्त जिह्वामुख सुरस सुगुणि सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ८४॥
ॐ निरहङ्कारहस्त नेत्रमुख सद्रूप सुविहारि सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ८५॥
ॐ सुमन त्वक् मुख सुस्पर्शसुखि सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ८६॥
ॐ सुज्ञान हस्त श्रोत्रमुख सुशब्दानन्द सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ८७॥
ॐ सद्भाव हस्त हृदय सुतृप्ति, समरस सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ८८॥
ॐ निष्कल ब्रह्मरन्ध्र परमानन्द प्रसाद सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ८९॥
ॐ निरामय शिखाचक्र परिपूर्णप्रसाद सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ९०॥
ॐ निरवय पश्चिम अविरळानन्द सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ९१॥
ॐ नवलिङ्गाङ्ग समरससुखदात सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ९२॥
ॐ अष्टविधार्चने षोडशोपचार लीलामूर्ति सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ९३॥
ॐ अनुपम अप्रतिमदानि महादानि सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ९४॥
ॐ एकोत्तरशतविरक्तसञ्चारि वीरशैवोद्धारि सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ९५॥
ॐ कग्गेरि पुराधीश कदम्बतटिवास सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ९६॥
ॐ इष्टलिङ्ग परिपूर्णयोगानन्द सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ९७॥
ॐ शिवसिद्धगङ्गा सिद्धगिरिक्षेत्रनिवास सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ९८॥
ॐ सर्व भक्तमहेश गणचयाधार सिद्धलिङ्गायनमः ॥ ९९॥
ॐ सर्वसुख चक्रवर्ति सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १००॥
ॐ श्री गुरु लिङ्ग जङ्गमानन्द सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १०१॥
ॐ त्रिविधदासोहि परमहंसप्रदीप सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १०२॥
ॐ सर्वाश्रय सर्वव्यापि सर्वशक्तियुक्त सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १०३॥
ॐ सर्वाधार सर्वभक्तियुक्त सर्वेश सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १०४॥
ॐ त्रिवेणि कूडलसङ्गम लिङ्गानन्द सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १०५॥
ॐ शिवाद्वैत सच्चिदानन्द चरकुलवर्य सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १०६॥
ॐ श्री सिद्धलिङ्गाष्टोत्तर शतमालार्चित भक्तप्रीत सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १०७॥
ॐ भक्तजनप्रेमि भस्माङ्गलिङ्ग कृपाङ्गश्री सिद्धलिङ्गायनमः ॥ १०८॥
हरः ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ।
इति श्रीभस्माङ्गदेवविरचितं श्रीसिद्धलिङ्गाष्टोत्तरशतमाला समाप्ता ।
Proofread by Vani V.