श्रीवेङ्कटेशविजयस्तोत्रम्

श्रीवेङ्कटेशविजयस्तोत्रम्

दैवतदैवत मङ्गलमङ्गल पावनपावन कारणकारण । वेङ्कटभूधरमौलिविभूषण माधव भूधव देव जयीभव ॥ १॥ वारि[दसन्निभ]देह दयाकर शारदनीरजचारुविलोचन । देवशिरोमणिअपादसरोरुह वेङ्कटशैलपते विजयीभव ॥ २॥ अञ्जनशैलनिवास निरञ्जन रञ्जितसर्वजनाञ्जनमेचक । मामभिषिञ्च कृपामृतशीतलशीकरवर्षिदृशा जगदीश्वर ॥ ३॥ वीतसमाधिक सारगुणाकर केवलसत्त्वतनो पुरुषोत्तम । भीमभवार्णवतारणकोविद वेङ्कटशैलपते विजयीभव ॥ ४॥ स्वामिसरोवरतीररमाकृतकेलिमहारसलालसमानस । सारतपोधनचित्तनिकेतन वेङ्कटशैलपते विजयीभव ॥ ५॥ आयुधभूषणकोटिनिवेशितशङ्खरथाङ्गजितामतसम्मत । स्वेतरदुर्घटसङ्घटनक्षम वेङ्कटशैलपते विजयीभव ॥ ६॥ पङ्कजना[नीनिलया]कृतिसौरभवासितशैलवनोपवनान्तर । मन्द्रमहास्वनमङ्गलनिर्ज्झर वेङ्कटशैलपते विजयीभव ॥ ७॥ नन्दकुमारक गोकुलपालक गोपवधूवर कृष्ण [परात्पर] । श्रीवसुदेव जन्मभयापह वेङ्कटशैलपते विजयीभव ॥ ८॥ शैशवपातितपातकिपूतन धेनुककेशिमुखासुरसूदन । कालियमर्दन कंसनिरासक मोहतमोपह कृष्ण जयीभव ॥ ९॥ पालितसङ्गर भागवतप्रिय सारथिताहिततोषपृथासुत । पाण्डवदूत पराकृतभू[भर पाहि] परावरनाथ परायण ॥ १०॥ शातमखासुविभञ्जनपाटव सत्रिशिरःखरदूषणदूषण । श्रीरघुनायक राम रमासख विश्वजनीन हरे विजयीभव ॥ ११॥ राक्षससोदरभीतिनिवारक शारदशीतमयूखमुखाम्बुज । रावणदारुणवारणदारणकेसरिपुङ्गव देव जयीभव ॥ १२॥ काननवानरवीरवनेचरकुञ्जरसिंहमृगादिषु वत्सल । [श्रीवर]सूरिनिरस्तभवादर वेङ्कटशैलपते विजयीभव ॥ १३॥ वादिसाध्वसकृत्सूरिकथितं स्तवनं महत् । वृषशैलपतेः श्रेयस्कामो नित्यं पठेत् सुधीः ॥ १४॥ ॥ इति श्रीवेङ्कटेशविजयस्तोत्रम् ॥ From a telugu book veNkaTeshakAvyakalApa Encoded and proofread by Malleswara Rao Yellapragada malleswararaoy at yahoo.com
% Text title            : shrIveMkaTeshavijayastotram
% File name             : veMkaTeshavijayastotram.itx
% itxtitle              : veNkaTeshavijayastotram
% engtitle              : shrIvenkaTeshavijayastotram
% Category              : vishhnu, venkateshwara, stotra, vishnu
% Location              : doc_vishhnu
% Sublocation           : vishhnu
% SubDeity              : venkateshwara
% Texttype              : stotra
% Language              : Sanskrit
% Subject               : philosophy/hinduism/religion
% Transliterated by     : Malleswara Rao Yellapragada malleswararaoy at yahoo.com
% Proofread by          : Malleswara Rao Yellapragada malleswararaoy at yahoo.com
% Source                : Venkatesha Kavyakalapa
% Indexextra            : (Venkatesha Kavyakalapa)
% Latest update         : December 19, 2015
% Send corrections to   : sanskrit at cheerful dot c om
% Site access           : https://sanskritdocuments.org

This text is prepared by volunteers and is to be used for personal study and research. The file is not to be copied or reposted for promotion of any website or individuals or for commercial purpose without permission. Please help to maintain respect for volunteer spirit.

BACK TO TOP
sanskritdocuments.org