हयग्रीवस्तुतिः

हयग्रीवस्तुतिः

लसदास्य हयग्रीव लसदोष्ठद्वयारुण । लसद्दन्तावलीशोभ हयग्रीव लसत्स्मित ॥ १॥ लसत्फाल हयग्रीव लसत्कुन्तलमस्तक । लसत्कर्ण हयग्रीव लसन्नयनपङ्कज ॥ २॥ लसद्वीक्ष हयग्रीव लसद्भ्रूमण्डलद्वय । लसद्ग्रीव हयग्रीव लसद्धस्त लसद्भुज ॥ ३॥ लसत्पार्श्व लसत्पृष्ठ कक्षांसयुग सुन्दर । हयग्रीव लसद्वक्षःस्तनमध्य वलित्रय ॥ ४॥ हयग्रीव लसत्कुक्षे लसद्रोमलताञ्चित । हयग्रीव लसन्नाभे लसत्कटियुगान्तर ॥ ५॥ लसदूरो हयग्रीव लसज्जानुयुगप्रभ । हयग्रीव लसज्जाङ्घायुग्म पादाम्बुजद्वय ॥ ६॥ हयग्रीव लसत्पादतलरेखारुणद्युते । लसन्नखाङ्गुलीशोभ हयग्रीवातिसुन्दर ॥ ७॥ लसत्किरीटकेयूरकङ्कणाङ्गदकुण्डल । हयग्रीव लसद्रत्नहारकौस्तुभमण्डन ॥ ८॥ हयग्रीव लसन्मध्य लसच्चन्दनचर्चित । लसद्रत्नमयाकल्प श्रीवत्सकृतभूषण ॥ ९॥ हयग्रीव लसत्काञ्चीरत्नकिङ्किणिमेखल । हयग्रीव लसद्वस्त्र मणिनूपुरमण्डित ॥ १०॥ हयग्रीवेन्दुबिम्बस्थ लसच्छङ्खाक्षपुस्तक । लसन्मुद्र हयग्रीव लसदिन्दुसमद्युते ॥ ११॥ हयग्रीव रमाहस्तरत्नकुम्भसृतामृत । हयग्रीव समानश्रीचतूरूपोप्रसेवित ॥ १२॥ हयग्रीव सुरश्रेष्ठ हयग्रीव सुरप्रिय । हयग्रीव सुराराध्य जय शिष्टजयेष्टद ॥ १३॥ हयग्रीव महावीर्य हयग्रीव महाबल । हयग्रीव महाधैर्य जय दुष्टविनष्टिद ॥ १४॥ भयं मृत्युं क्षयं व्यर्थव्ययं नानामयं च मे । हरे संहर दैत्यारे हरे नरहरे यथा ॥ १५॥ भक्तिं शक्तिं विरक्तिं च भक्तिं मुक्तिं च युक्तिद । हरे मे देहि दैत्यारे हरे नरहरे यथा ॥ १६॥ सदा सर्वेष्टलाभाय सर्वानिष्टनिवृत्तये । हयग्रीवस्तुतिः पाठ्या वादिराजयतीरिता ॥ १७॥ चिन्तामणिर्हयग्रीवो वशे यस्य निषेवितः । सोऽपि सर्वार्थदो नॄणां किमुतासौ हयाननः ॥ १८॥ इति श्रीमद्वादिराजपूज्यचरणविरचिता हयग्रीवस्तुतिः सम्पूर्णा । भारतीरमणमुख्यप्राणान्तर्गत श्रीकृष्णार्पणमस्तु । Proofread by Malati Shekar
% Text title            : Hayagriva Stuti
% File name             : hayagrIvastutiH.itx
% itxtitle              : hayagrIvastutiH (vAdirAjavirachitA)
% engtitle              : hayagrIvastutiH
% Category              : vishhnu, vAdirAja, vishnu, stuti
% Location              : doc_vishhnu
% Sublocation           : vishhnu
% Author                : vAdirAjayati
% Language              : Sanskrit
% Subject               : philosophy/hinduism/religion
% Proofread by          : Malati Shekar, Revathy R.
% Indexextra            : (Scan)
% Latest update         : May 24, 2024
% Send corrections to   : sanskrit at cheerful dot c om
% Site access           : https://sanskritdocuments.org

This text is prepared by volunteers and is to be used for personal study and research. The file is not to be copied or reposted for promotion of any website or individuals or for commercial purpose without permission. Please help to maintain respect for volunteer spirit.

BACK TO TOP
sanskritdocuments.org